Everything is hidden between common things !!!

A boy was very worried, just like you and us, he wanted money in life… .., he wanted money, that boy felt that he should give his parents all the happiness before leaving this world, One day a scholar reached Baba and told him that Baba my parents are very sick, and I want to that all those who have suffered so much for life, before leaving this world, they get all the happiness, the whole world can be visited, I can full fill all the wishes that they have…, but how do I do I am not understanding anything .

Baba said that there is a way, saying that he took it to the sea shore, to a beach… .. and said that you are seeing one of these stones which is lying on the sea side, one of these stones is such that someone If you touch the thing, it will become gold, on hearing this, the boy's face glowed like that… Is there such a thing stone is…. Baba says yes, and it is lying between the stones, all the other stones and in that particular stone, there is just enough inequality that when you touch the other stones their temperature will be cold… .. , Will feel cold, and it will feel like a hot sander, and it will show that it is You can make gold, after that you will have money, there will be no shortage of anything, as much as you can make money…. .

That boy was very happy, started looking at stones carefully, he thought… I will do this work, it will take some time… but I will definitely get that stone, he started to work on his work from the same day, one stone taking it in his hand… began looking frantically, the temperature of stones seemed cold, that boy was also intelligent, Those who were cold, were being thrown into the sea, that next time the same stone did not come in hand, it would increase the work. Let's meet, the boy's speed was gradually increasing, every day he used to come at least 4-5 hours. Chooses and the cold bowers were being thrown into the water, the days and months passed by doing this, it had been four months but the hot one had not got the stone, the boy was convinced that one day, he will definitely get a stone, but in this whole process he became so fast that he started with as much attention I was fidgeting with stones, was not doing it as carefully now, the torn stone got up and knew the frost and threw it in the water.

The fifth month had started and today came the day when the boy came in that hot stones, the boy took that hot stones and just as he had lost his habit, at the speed he threw that pebble into the sea, and I threw my head and sat down… .. what did I do, he also understood was …… that he was hot, but he was acting like an automatic situation, he repented a lot… .. very sorry…. He had given five months time, and when he got the hand, he threw it into the sea, and now how could we find that pebble from that sea ……

We do this and you too, hidden between many common days, our special day, and that special day which brings an opportunity in life which can turn everything in our life to sleep, but because it becomes our habit to take every day very lightly, then perhaps that opportunity also gets lost in front of our eyes and we do not recognize or even recognize it then lately.

Start using your common days in a special way, because these special days will come out, that special day that will change everything in life, whatever you live every moment, every day, whatever you do, very special. In a way, give it special importance, then see how the opportunity comes to you …….


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Hindi Translation

हर ख़ास चीज़, आम चीजों के बीच छुपी होती है !!!

एक लड़का बहुत ही चिंतित रहता था, बिल्कुल आपके और हमारे तरह, उसे जीवन में पैसा चाहिए था….., धन चाहिए था, उस लड़के को लगता था कि वह अपने माता पिता को इस दुनिया से जाने से पहले उनको सारा खुशिया दे, एक दिन एक ज्ञानी बाबा के पास पहुंचा और बताया कि बाबा मेरे माता पिता बहुत बीमार रहते है, और मै चाहता हु की जीवन भर इतने जो कष्ट झेले है, इस दुनिया से जाने से पहले उनको सारा खुशिया मिले, सारा संसार घूमा पाउ, जो उनके इच्छाए है उन सबको मैं पूरा कर पाउ…., लेकिन मैं कैसे करूँ मुझे कुछ समझ में नहीं आ रहा है ।

बाबा ने कहा कि एक रास्ता है, ऐसा कह कर उसे समुद्र के किनारे ले गए, एक तट पर….. और कहा देख रहे हो ये समुद्र के किनारे जो ढेर सारे कंकर पड़े हुए है इन कंकरो में से एक कंकर ऐसा है जिससे किसी भी चीज़ को स्पर्श करोगे तो वह सोना बन जायेगा, ये बात सुनकर लड़के के चेहरे पर जैसे चमक आ गया…., की क्या ऐसा कोई कंकर होता है…., बाबा बोले हाँ होता है, और इन्हे कंकरो के बीच पड़े होता है, बाकि सारे आम कंकरो और उस खास कंकर में, बस असमानता इतना है की बाकि कंकरो को जब तुम छुओगे तो उनका तापमान ठंडा होगा….., ठंडे महसूस होंगे, और वह एक कंकर हल्का गरम महसूस होगा, और उससे पता चलेगा की वही कंकर है जिस से तुम सोना बना सकते हो, उसके बाद तुम्हारे पास पैसा ही पैसा होगा, किसी भी चीज़ की कमी नहीं होगी, जितना चाहे पैसा बनालो…. ।

वह लड़का बहुत खुश हुआ, गौर से कंकरो को देखने लगा, उसे लगा… कर लूँगा मै ये काम, थोड़ा समय लगेगा… मगर वह कंकर मुझे जरुर मिल जायेगा, उसने उसी दिन से अपने ये काम पर लगना शुरू कर दिया, एक एक कंकर को हाथ में उठा कर… टटोल कर देखने लगा, कंकरो का तापमान ठंडा लग रहा था, वह लड़का समझदार भी था, जो ठन्डे कंकर थे उन्हें समुद्र में फेंकता जा रहा था, की अगली बार फिर वही कंकर हाथ में न आये, उसे से काम बढ़ेगा लड़के ने उस काम को बड़े अच्छे से करना शुरू कर दिया और पहले दिन पांच घंटे काम किया सारे कंकड़ ठंडे तापमान के मिले, धीरे धीरे लड़के का गति बढ़ता जा रहा था, रोज़ वह आता था कम से कम 4-5 घन्टे कंकरो को चुनता था, और जो ठंडे कंकर थे उन्हें पानी में फेकता जा रहा था, ऐसे करते करते दिन और महीने बीत गए, पूरे चार महीने हो गए थे लेकिन वह गरम वाला कंकर नहीं मिला था, उस लड़के के मन में पूरा विश्वास था कि एक दिन वह कंकर जरूर मिलेगा, लेकिन इस पूरे प्रक्रिया में वह इतना तेज हो गया था कि वह जितना ध्यान से शुरुवात में कंकरो को टटोल रहा था, अब उतने ध्यान से नहीं कर रहा था, फटा फट कंकर को उठता था ठंढा पता था और पानी में फेंक देता था ।

पांचवा महीना शुरू हो गया था और आज वह दिन गया जब वह लड़के के हाथ में वह गरम कंकर आया, लड़के ने वह गरम कंकर लिया और बिलकुल जैसे उसका आदत पर चूका था रफ़्तार में उसने उस कंकड़ को भी समुद्र में फेंक दिया, और फेंकते ही अपना सर पकड़ कर बैठ गया की….. ये मैंने क्या कर दिया, उसे समझ भी आ गया था…… की कंकर वह गरम था, लेकिन वह एक स्वचालित स्थिति की तरह काम कर रहा था, उसने बहुत पछताया….. बहुत अफ़सोस हुआ…. पांच महीने का समय दिया था, और वह चीज़ जब हाथ आया तो समुद्र में फेंक दिया, और अब उस समुद्र से उस कंकड़ को ढूंढ कर कैसे लाया जा सकता था……

ऐसा हम और आप भी करते है, बहुत सारे आम दिनों के बीच छुपा होता है हमारा एक खास दिन, और वह खास दिन जो जीवन में कोई ऐसा अवसर लेकर आता है जो हमारे जीवन के हर चीज़ को सोने में बदल सकता है, लेकिन क्योकि हमारे आदत बन जाता है हर दिन को बहुत हलके में लेने की, तो शायद वह मौका भी आँखों के सामने से यु ही निकल जाता है और हम पहचान ही नहीं पाते है या पहचनते भी है तो विलम्बपूर्वक ।

अपने आम दिनों को खास तरह से उपयोग करना शुरू कीजिये, क्योंकि इन्ही आम दिनों में निकल कर आएगा वह खास दिन जो जीवन में सब कुछ बदल देगा, आप हर पल को जैसे भी जीते है हर दिन जो कुछ भी करते है, बड़े ही खास अंदाज़ में कीजिये उसे खास महत्त्व दीजिये, फिर देखिये कैसे अवसर आप के पास आता है…….


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