Complaints do not solve the problem !!!
The story is of
two woodcutters, like every day when wood was cut in the forest, I was
surprised to see it… ..In the night, the wood smugglers cleared the whole
forest, cut down the whole tree… .. the wood in big trucks. Both were very
surprised to see that they had been put away from here…. And also very sad. A
woodcutter got very angry, and he said that I will tell about this incident to
every person in this village, and their I will take action against you, I said
to the other woodcutter… if we go, then the other woodcutter said, “Come on, I
will come, hearing this and got angry, such a big incident happened and you do
not want to do anything for it, do not Do I am going Go to the head of the
village and tell him to take action against the wood smugglers, go to every
house and say that you people know very big incident in the forest tomorrow Has
been done and at the same time done evil to other woodcutters, said that, look…
there is no want to do anything for such a big event, the villagers are sitting
on their hands, listening to what the villagers do and tying it up and Used to
go out on his own.
From morning to
evening, the woodcutter continued to do the same, next morning, he went to
another woodcutter and said, I am going to police station to write a
complaint…. Will you go, the other woodcutter said, "Let's go in the
afternoon, I am very busy now."
On the third day
the woodcutter made a plan…. Today, at the crossroads, I will picket the
incident, reached the house of another woodcutter with his plan, and the son of
the other woodcutter told that father has gone to the forest, now the
woodcutter thought that this is also strange mad, we mean wood in the forest.
There is no left, then what has he gone to do in the forest. Reached the forest
to see and saw that he cleared the other wooded forest and planted new plants
Was going, now the woodcutter said, what are you doing, why are you wasting time,
yet many people have to tell about the incident, you come with me …… the other
woodcutter replied, doing all this I am my brother…. Because this will allow
our trees to come back…. Complaints will not come back.
This is what
happens when something is wrong with us, something is bad around, the work that
is easiest is complaining, and we all probably start doing it, it is natural to
complain to some extent, but just complain there is no solution to any problem
……
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Hindi Translate
शिकायतों से समस्या का हल नहीं मिलता !!!
कहानी है दो लकडहारा की, प्रतिदिन के तरह जब जंगल में लकड़ी काटने पहुंचा, देख कर हैरान रह गया….. रात में लकड़ी के तस्करों ने पूरा जंगल साफ़ कर दिया, पूरा पेड़ काट दिया था….. लकड़ियों को बड़े बड़े ट्रको में डाल कर यहाँ से ले जा चुके थे, यह देख कर दोनों बड़े हैरान हुए …. और बड़े दुखी भी हुए । एक लकड़हारे तो बहुत नाराज़ हो गया, और उसने कहा की मै इस घटना के बारे में इस गांव के एक एक ब्यक्ति को बताऊंगा, और उनके खिलाफ कार्यवाही करवा कर रहूँगा, दूसरे लकड़हारे से कहा चलो… हम चलते है, तो दूसरे लकड़हारे ने कहा तुम चलो मै आता हूँ, यह बात सुनकर और गुस्सा हो गया, इतना बड़ा घटना हो गया और तुम इसके लिए कुछ नहीं करना चाहते, मत करो मैं तो जा रहा हूँ ।
गाँव के मुखिया से जा कर कहता है की
लकड़ी के तस्करों के खिलाफ कार्यवाही करवाइये,
हर एक घर में जा जा कर कहा तुम लोगो को पता है जंगल में कल बहुत बड़ी घटना हो गयी है
और साथ ही साथ दूसरे लकडहारे का भी बुराई किया, कहा की देखो… इतने बड़ी घटना के लिए
कुछ करना ही नहीं चाह रहा है हाथ पर हाथ धरे बैठा है, गाँव वाले भी क्या करते उसके
बात सुना और उसको ढांढस बांधते और अपने अपने काम पर निकल जाते ।
सुबह से शाम हो
गया लकडहारा यही करता रहा, अगले दिन सुबह-सुबह दूसरे लकडहारे के पास गया
और बोला मैं कोतवाली जा रहा हूँ शिकायत लिखाने…. क्या तुम चलोगे, दूसरे लकड़हारे ने कहा दोपहर में चलते है अभी मै
जरा ब्यस्त हूँ ।
तीसरे दिन लकड़हारे ने योजना बनाया….
आज चौराहे पर उस घटना
को लेकर धरना दूंगा, अपनी योजना लेकर दूसरे लकड़हारे के घर पंहुचा
तो दूसरे लकड़हारे के बेटे ने बताया की
बापू तो जंगल गया है, अब लकड़हारे ने सोचा की ये भी अजीब पागल है, जंगल में हमारे मतलब
की लकड़ी तो बची नहीं है, फिर ये जंगल में क्या करने गया है । देखने के लिए जंगल पहुंच
गया और देखा की वह दूसरे लकडहारे जंगल को साफ़ कर नए पौधे लगा रहा था, अब लकड़हारे ने
कहा ये क्या कर रहे हो, क्यों समय बर्बाद कर रहे हो अभी बहुत सारे लोगो को घटना के
बारे में बताना बाकि है, तुम चलो मेरे साथ…… दूसरे लकड़हारे ने जवाब दिया, ये सब कुछ
इसलिए कर रहा हूँ मेरे भाई…. क्योंकि इससे हमारे पेड़ वापस आ पाएंगे….
शिकायत करने से वापस नहीं आएंगे ।
यही होता है जब हमारे साथ कुछ गलत होता है, आसपास कुछ बुरा होता है, जो काम सबसे आसान होता है वह है शिकायत, और हम सब शायद यही करने लग जाते है, कुछ हद तक शिकायत करना प्राकृतिक भी है, लेकिन सिर्फ शिकायत करना ही किसी समस्या का समाधान नहीं है……
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